जीवन के कुछ पल, चन्द्र कुमार, कहानी

 जीवन के कुछ पल 




नदी के किनारे एक छोटा सी झोपड़ी थी, जिसमें एक प्रेमी युगल रहते थे। उनके नाम थे राजेश और राजेश्वरी। वे दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे और हमेशा साथ में रहना चाहते थे।

एक सुंदर दिन, जब सूरज अपनी पूरी चमक के साथ चमक रहा था, राजेश और राजेश्वरी नदी के किनारे बैठे थे। वे दोनों एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे और मुस्कुरा रहे थे।

राजेश राजेश्वरी का हाथ पकड़ लिया और कहा, "राजेश्वरी, तुम मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी हो। तुम बिना मेरी जिंदगी अधूरी है।"

राजेश्वरी राजेश की आँखों में देखा और कहा, "राजेश, तुम भी मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी हो। तुम बिना मेरी जिंदगी अधूरी है।"

वे दोनों एक दूसरे को देखकर मुस्कुरा रहे थे और नदी के किनारे बैठे थे। तभी एक छोटा सा पक्षी उनके पास आया और उन्हें देखकर चहचहाने लगा।

राजेश और राजेश्वरी ने उस पक्षी को देखा और मुस्कुरा दिए। वे दोनों एक दूसरे के साथ खुश थे और नदी के किनारे बैठे थे, जहां वे अपने जीवन की सबसे खूबसूरत पलों का आनंद ले रहे थे।
राजेश और राजेश्वरी ने अपने प्यार को एक नई दिशा दी और अपने जीवन की नई शुरुआत की। वे दोनों एक दूसरे के साथ खुश थे और उनका प्यार हमेशा के लिए बना रहा।

कुछ दिनों बाद, राजेश ने राजेश्वरी को एक सरप्राइज दिया। उसने राजेश्वरी को नदी के किनारे एक सुंदर से रेस्तरां में ले गया, जहां उसने राजेश्वरी के लिए एक विशेष डिनर का इंतजाम किया था।



राजेश्वरी ने राजेश को देखा और कहा, "राजेश, यह तो बहुत सुंदर है!" राजेश ने राजेश्वरी को मुस्कुराकर कहा, "मैं तुम्हें खुश देखना चाहता हूँ, राजेश्वरी।"

वे दोनों ने डिनर का आनंद लिया और एक दूसरे के साथ बातें कीं। रात के अंत में, राजेश ने राजेश्वरी को एक सुंदर से अंगूठी दी, जिस पर एक प्यारा सा संदेश लिखा था, "मैं तुमसे हमेशा के लिए प्यार करूँगा।"

राजेश्वरी ने राजेश को गले लगा लिया और कहा, "मैं भी तुमसे हमेशा के लिए प्यार करूँगी।" वे दोनों एक दूसरे के साथ खुश थे और उनका प्यार हमेशा के लिए बना रहा।
राजेश और राजेश्वरी की शादी के बाद, वे दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश थे। वे अपने घर में रहने लगे और एक दूसरे के साथ जीवन के हर पल का आनंद लेने लगे।

एक दिन, राजेश्वरी ने राजेश को कहा, "राजेश, मैं तुमसे एक बात कहना चाहती हूँ।" राजेश ने राजेश्वरी को देखा और कहा, "क्या है, राजेश्वरी?"

राजेश्वरी ने राजेश को कहा, "मैं तुम्हारे बच्चे की माँ बनने वाली हूँ।" राजेश ने राजेश्वरी को देखा और कहा, "यह तो बहुत अच्छी खबर है! मैं बहुत खुश हूँ।"

राजेश और राजेश्वरी ने अपने बच्चे के जन्म की तैयारी शुरू की। वे दोनों बहुत खुश थे और अपने बच्चे के आने का इंतजार कर रहे थे।

कुछ महीनों बाद, राजेश्वरी ने एक सुंदर से बच्चे को जन्म दिया। राजेश ने अपने बच्चे को देखा और कहा, "यह तो बहुत प्यारा बच्चा है! मैं बहुत खुश हूँ।"

राजेश और राजेश्वरी ने अपने बच्चे का नाम आरव रखा। वे दोनों अपने बच्चे के साथ बहुत खुश थे और एक दूसरे के साथ जीवन के हर पल का आनंद लेने लगे।

आरव के जन्म के बाद, राजेश और राजेश्वरी की जिंदगी में एक नई खुशी आ गई। वे दोनों अपने बच्चे के साथ बहुत खुश थे और एक दूसरे के साथ जीवन के हर पल का आनंद लेने लगे।



राजेश और राजेश्वरी की कहानी एक प्यारी सी कहानी है, जो प्यार, खुशी और जीवन के हर पल का आनंद लेने के बारे में है।

 दोस्तों आपको यह कहनी कैसी लगी कमेंट्स में मुझे जरूर बताएं 

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