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हिन्दी साहित्य से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

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  हिन्दी साहित्य के लेखक और उनके ग्रन्थ हिंदी की कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां........... Go to channel रेती के फूल__________ :-रामधारी सिंह दिनकर अशोक के फूल________:- हजारी प्रसाद द्विवेदी कमल के फूल________ :-भवानी प्रसाद मिश्र शिरीष के फूल________:- हजारी प्रसाद द्विवेदी कागज के फूल________ :-भारत भूषण अग्रवाल जूही के फूल__________:- रामकुमार वर्मा गुलाब के फूल_________:-उषा प्रियवंदा नीम के फूल___________:- गिरिराज किशोर खादी के फूल__________:- हरिवंशरायबच्चन जंगल के फूल__________:- राजेंद्र अवस्थी दुपहरिया के फूल_______:- दुर्गेश नंदिनी डालमिया चिता के फूल__________ :-रामवृक्ष बेनीपुरी सेमल के फूल _________:-मारकंडे सुबह के फूल__________:- महीप सिंह रक्त के फूल____________ :-योगेश कुमार खादी के गीत__________:-सोहनलाल उसने कहा था_________ :-चंद्रधर शर्मा गुलेरी उसने नहीं कहा था ______:-शैलेश मटियानी तुमने कहा था ___________:-नागार्जुन मैंने कब कहा_____________ :-सर्वेश्वर दयाल सक्सेना तुमने क्यों कहा कि मैं सुंदर हूँ____:-यशपाल उसकी कहानी _____________:-महेंद्र वशिष्ट उसका विद्रोह...

ईदगाह, प्रेमचंद ईदगाह प्रेमचंद की कहानी

ईदगाह प्रेमचंद नोट:- और कहानियां पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें।  प्रेमचंद के कहानी संग्रह रमज़ान के पूरे तीस रोज़ों के बाद ईद आई है। कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभात है। वृक्षों पर अजीब हरियाली है, खेतों में कुछ अजीब रौनक़ है, आसमान पर कुछ अजीब लालिमा है। आज का सूर्य देखो, कितना प्यारा, कितना शीतल है, यानी संसार को ईद की बधाई दे रहा है। गाँव में कितनी हलचल है। ईदगाह जाने की तैयारियाँ हो रही हैं। किसी के कुरते में बटन नहीं है, पड़ोस के घर में सुई-तागा लेने दौड़ा जा रहा है। किसी के जूते कड़े हो गए हैं, उनमें तेल डालने के लिए तेली के घर पर भागा जाता है। जल्दी-जल्दी बैलों को सानी-पानी दे दें। ईदगाह से लौटते-लौटते दुपहर हो जाएगी।  तीन कोस का पैदल रास्ता, फिर सैकड़ों आदमियों से मिलना-भेंटना। दुपहर के पहले लौटना असंभव है।  लड़के सबसे ज़्यादा प्रसन्न हैं। किसी ने एक रोज़ा रखा है, वह भी दुपहर तक, किसी ने वह भी नहीं, लेकिन ईदगाह जाने की ख़ुशी उनके हिस्से की चीज़ है।  रोज़े बड़े-बूढ़ों के लिए होंगे, इनके लिए तो ईद है। रोज़ ईद का नाम रटते थे, आज वह आ गई।  अब जल्दी पड़ी है क...